आने वाले दिनों में एक बहुत ही जबरदस्त UPCOMING MOVIE स्वातंत्र्यवीर सावरकर देखने को मिलेगी। स्वातंत्र्यवीर सावरकर मूवी का ट्रेलरसामने आ चुका है। फिल्म का निर्देशन महेश मांजरेकर द्वारा किया गया है। फिल्म के निर्माता आनंद पंडित और संदीप सिंह है। फिल्म सरबजीत की बायोग्राफी में रणदीप हूडा की एक्टिंग देखने के बाद उनकी अपकमिंग मूवी स्वातंत्र्यवीर सावरकर में एक बार फिर रणदीप हूडा की जबरदस्त एक्टिंग देखने को मिलेगी। फिल्म वीर सावरकर बायोग्राफी है। रणदीप हूडा बहुत वक़्त के बाद के बैक कर रहे है और रणदीप सावरकर जी के लुक में हु बहु वैसे ही लग रहे है। दर्शकों को बेसब्री से इस अपकमिंग मूवी का इंतजार है. जैसा की हम ट्रेलर में देख चुके है फिल्म बहुत कमाल दिखाने वाली है।
क्या है इस फिल्म में खास आइये जानते है
क्या है UPCOMING MOVIE स्वातंत्र्यवीर सावरकर की कहानी
फिल्म की कहानी दामोदर स्वातंत्र्यवीर सावरकर के जीवन के संघर्ष और देश को अंग्रेजो के चंगुल से स्वतंत्र कराने की लड़ाई को दिखाया गया है। अपकमिंग मूवी स्वातंत्र्यवीर सावरकर एक देशभक्ति फिल्म है। जिसमे स्वातंत्र्यवीर सावरकर की शिक्षा,उनकी कार्यशैली, राजनीतिक जीवन, क्रांतिकारी गतिविधि , साहित्यिक जीवन, देश के लिए किये गए कार्य और कालापानी की सजा को दिखाया गया है। वीर सावरकर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते थे। वीर सावरकर एक वकील, इतिहासकार,क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, लेखक भी थे। इस अपकमिंग मूवी में बहुत सारे स्वतंत्र सेनानी जैसे गांधी जी, सुभाष चंद्र बोस, लोकमान्य तिलक,जवाहरलाल नेहरू आदि नजर आएंगे।
कलाकार
इस फिल्म में रणदीप हूडा मुख्य भूमिका में है। अंकिता लोखंडे रणदीप हूडा के अपोजिट रोल में है। अमित सियाल, उत्कर्ष नैथानी,महेश मांजरेकर भी नजर आएंगे।
रिलीज़ डेट
अपकमिंग मूवी स्वातंत्र्यवीर सावरकर 22 मार्च 2024 को सिनेमाघरों में आ जाएगी।
कौन थे विनायक दामोदर वीर सावरकर
विनायक दामोदर सावरकर का जन्म महाराष्ट्र के नासिक के समीप भगुर गाँव में 28 मई 1883 को एक ब्राहण परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम दामोदर और माता का नाम राधाबाई सावरकर था। वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से थे। सावरकर गरम दल के नेता लोकमान्य तिलक जी से बहुत प्रभावित थे, और उन्होंने सावरकर जी को लंदन में कानूनी पढ़ाई पढ़ने में मदद की। सावरकर ने फर्गुसन कॉलेज से बैचलर ऑफ़ आर्ट से पढाई की। सावरकर कई क्रांतिकारी संगठनों से जुड़ गए। सावरकर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते थे। बचपन से सावरकर ने ब्रिटिश शासन का अत्याचार देखा था और उन्होंने तब से ही अंग्रेजों को भारत से भागने की ठान ली। सावरकर जी ने “फ्री इंडिया सोसाइटी” का गठन किया और लोगों को प्रेरणा दी की वह स्वतंत्र संग्राम में भाग ले। सावरकर एक राजनेता, वकील, इतिहासकार, लेखक स्वतंत्र सेनानी और समाजसुधारक थे। सावरकर जी की प्रसिद्ध किताब है- हिंदुत्व,द इंडियन वॉर, हिन्दू राष्ट्र दर्शन इनसाइड थे एनिमी कैंप, हिन्दू पद। क्रांतिकारी गतिविधियों के कारण इन्हें 24 दिसंबर 1910 को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें अंडमान में कालापानी की सजा सुना दी गयी। कारावास के दौरान उन्होंने कारावास में अनपढ़ कैदियों को शिक्षित करने की कोशिश की। सावरकर ही एक ऐसे क्रांतिकारी थे जो अंडमान में कालापानी की सजा से भी बच निकले थे, लेकिन बाद में उन्हें फ्रांस की पुलिस द्वारा वापस गिरफ्तार कर लिया गया। सावरकर जी पर गांधी जी की हत्या का भी आरोप लगा और उन पर भारत में मुकदमा भी चला। लेकिन वह बाद में इस आरोप से बाइज्जत बरी कर दिए गए। सावरकर जी 50 वर्षो तक जेल में रहे। सावरकर जी को वीर की उपाधि उनके कार्यकर्ताओ ने दी थी. 26 फरवरी 1966 को विनायक दामोदर वीर सावरकर जी पंचतत्व में विलीन हो गए। वीर सावरकर हम सभी के लिए एक प्रेरणा है और वह हमेशा याद किए जाएंगे।
Que. वीर सावरकर कौन थे?
Ans. वीर सावरकर एक क्रांतिकारी, स्वतंत्र सेनानी थे।
Que. लंदन में अभिनव भारत का संस्थापक कौन था?
Ans. लंदन में अभिनव भारत के संस्थापक दामोदर सावरकर थे। यह एक गुप्त संस्था थी
Que. क्या वीर सावरकर बंगाली थे?
Ans. वीर सावरकर मराठी ब्राह्मण परिवार से थे।